Hazrat Nizamuddin Express Cancelled : भोपाल से सिंगरौली को चलने वाली ट्रेन सप्ताह में तीन दिन और सिंगरौली से हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन चलाने की घोषणा होने के बाद ही 11 जुलाई तक ट्रेनें निरस्त हो गयी हैं। 16 जून से शुरू हुआ निरस्तीकरण सिंगरौली के लोगों को सिंगरौली-भोपाल और सिंगरौली दिल्ली की यात्रा में बहुत तकलीफ हुई। लोगों को उम्मीद जगी थी कि सप्ताह में एक फेरा बढ़ने से आवाजाही आसान हो जायेगी लेकिन कुछ स्टेशनों में एनआई एनआई कार्य के लिए ट्रेनों को निरस्त कर दिया गया है। जिसके बाद से सिंगरौली से भोपाल की यात्रा टुकड़ों में और दिल्ली की यात्रा रेनूकूट रेलवे स्टेशन से करने की मजबूरी हो गयी है। जबलपुर, भोपाल और इंदौर के लिए एक मात्र ट्रेन हावड़ा-जबलपुर शक्तिपुंज एक्सप्रेस से यात्रा की जा सकती है। इस ट्रेन से जबलपुर और उसके बाद अन्य ट्रेनों से गंतव्य के शहरों को पहुंचने से समय और खर्च बढ़ रहा है। सिंगरौली से इस ट्रेन में बर्थ मिलना मुश्किल हो गया है।
दूसरे स्टेशनों से रिजर्वेशन कराने की मजबूरी
अनिवार्य यात्रा के लिए लोग धनबाद, बरकाकाना, रेनुकूट व चोपन से जबलपुर के लिए टिकट बुक करा रहे हैं। क्योंकि 16 जून से डेली रूटीन और साप्ताहिक ट्रेनों का निरस्तीकरण अथवा मार्ग परिवर्तन कर दिया गया था, तभी से लोगों की यात्रा काफी कठिन हो गयी है। खासतौर से जिले के व्यवसायी वर्ग को खरीदारी के लिए दिल्ली जाना रहता है। लगभग एक महीने से बंद ट्रेनों के चलने की पूछताछ शुरू कर दी गई है बल्कि निरस्तीकरण के बाद की तरीखों के टिकट भी बुक करा लिए गये हैं।
बुक हुए फिर स्वतः निरस्त हो गये टिकट
ट्रेनों के निरस्तीकरण के दौरान तो कई बार भोपाल से ट्रेन बुक होने और यात्रा शुरू करने से पहले से पहले ही स्वतः निरस्त हो जाने की घटनाएं भी सामने आई हैं। जिसको लेकर ट्रेनों के चलने और नहीं चलने को लेकर चर्चा जोरों पर रही। लोगों ने रेलवे में कम्पलेन भी दर्ज करायी कि निरस्तीकरण के नोटिफिकेशन के बावजूद किस प्रकार ऑनलाइन टिकट बुक किए गये। यदि बुक हुए तो ट्रेन क्यों नहीं चली और स्वतः निरस्त हो जाने से कुछ लोग अपने घरों से निकलकर स्टेशन भी पहुंच गये थे, जहां पर उन्हें ट्रेन नहीं चलने की पुख्ता जानकारी के बाद लौटना पड़ा.
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