Singrauli News : कंपनी की लापरवाही की वजह से बुझ गया एकलौता चिराग! मनीष के मौत बाद स्थानीय लोगों ने जमकर किया हंगामा - Nai Samachar

Singrauli News : कंपनी की लापरवाही की वजह से बुझ गया एकलौता चिराग! मनीष के मौत बाद स्थानीय लोगों ने जमकर किया हंगामा

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Singrauli News : एनसीएल परियोजना निगाही के सीएचपी में कार्य कर रहे एक श्रमिक मनीष शाह की दर्दनाक मौत के बाद जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर परिसर में स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि बिना गेटपास के मधुकान कंपनी के अधिन संविदा श्रीला इंजीनियरिंग वर्क का काम करा रहा था और श्रमिकों को सुरक्षा सामग्री भी नही मुहैया कराया था।

दरअसल एनसीएल परियोजना निगाही के सीएचपी का काम मधुकान कंपनी को मिला है। जहां श्रीला इंजीनियरिंग वर्क कार्य करा रही है। इसी कंपनी में खुटार निवासी मनीष शाह पिता रामसजीवन शाह उम्र 24 वर्ष सीएचपी से कार्य के दौरान करीब 25 फीट नीचे गिर पड़ा। जहां उसकी मौत हो गई। आरोप है कि श्रमिकों के पास गेटपास भी नही था और कंपनी के द्वारा उन्हें सेफ्टी के सामग्री भी मुहैया नही कराया गया था। जिसके चलते मनीष की मौत हो गई। यह घटना बीती शाम की है।

सुबह जब घटना की जानकारी परिजनों सहित गांव वालों को हुई तो जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर में भारी संख्या में लोग पहुंच जमकर हंगामा शुरू कर दी। सुरेश शाहवाल, मुकेश श्रीवास्तव, अशोक शाह, आशीष शाहवाल, अक्षय शाह, प्रतिभान साकेत सहित अन्य लोगों ने बताया कि मॉ-बाप गंभीर बीमारी रूप से जूझ रहे हैं और छोटा भाई का दिमागी संतुलन ठीक नही रहता। घर का एकलौता कमाने वाला मनीष ही था। जिनके सहारे पॉच सदस्यों को उदर पोषण हो रहा था। अब मनीष के माता-पिता व भाई-बहन का पालन पोषण कौन करेगा। अस्पताल के बाहर मौजूद लोग मृतक के आश्रितों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद दिलाई जाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान स्थानीय सरकारी अमला भी मौजूद था।

वही अस्पताल परिसर में मौजूद मधुकान कंपनी के प्रबंधक पहुंच हंगामा कर रहे लोगों से विस्तार से चर्चा कर उनके मांगों को सुना और मृतक के परिजनों को तत्काल 16 लाख रूपये आर्थिक मदद के रूप में मुहैया कराया गया। जिसमें से 1 लाख रूपये अंतिम संस्कार के लिए शामिल है। साथ ही 15 लाख रूपये एवं मृतक के पिता को जब तक कंपनी यहां रहेगी तब तक एक श्रमिक के मानदेय के बराबर भत्ता देने का वादा किया। तब कहीं मामला शांत हुआ। यह हंगामा करीब 4 घण्टे तक चलता रहा।

कंपनी के लापरवाही से मनीष की हुई मौत

हंगामा स्थल पर मौजूद श्रीला कंपनी में कार्यरत कई श्रमिकों ने बताया कि मृतक मनीष का काम सीएचपी में पाईप बांधने का काम था। लेकिन कंपनी जबरन पाईप की ढुलाई का कार्य करा रहे थे। वही सुरक्षा के कोई प्रबंधन नही है। हेलमेट, जूता तक भी मुहैया नही कराया जाता। शायद निगाही सीएचपी परिसर में श्रम कानून लागू नही है। इसीलिए सेन्ट्रल शहडोल का श्रम विभाग अपने आप को सीमित कर रखा है और जब कभी इनका आना-जाना होता है तो वे कंपनी के एसी दफ्तर पहुंच अधिकारियों से मेलमिलाप कर चल देते हैं। वही यह भी आरोप लगाएं कि यहां के श्रमिकों को गेटपास भी नही दिया जाता है। सीएचपी के अन्दर कार्यरत वर्करोंं के पास गेटपास नही है। सवाल उठ रहा है कि बिना गेटपास के इतने संवेदनशील जगह में क्यों भेजा जा रहा है।

कंपनी के खिलाफ मुखर हुये श्रमिक

हंगामा के दौरान कई श्रमिक खुलकर आवाज उठा रहे थे कि श्रीला इंजीनियरिंग कंपनी के द्वारा 2 से 3 महीने तक का पारिश्रमिक भुगगतान नही किया है। हालांकि मौके पर मौजूद श्रीला कंपनी के मैनेजर ने इन आरोपों को नकार दिया। इसी दौरान एक अधेड़ श्रमिक सभी के सामने पहुंच कंपनी के खिलाफ खुलकर बोला और कहा कि 6 महीने से कार्य कर रहा हॅू। लेकिन अभी तक पारिश्रमिक भुगतान भी नही मिला है। होली, रक्षाबंधन जैसे त्योहार में भी कंपनी के अधिकारियों का दिल नही पिघला और यदि इस दौरान कोई भुगतान मांग देता है तो उन्हें कंपनी से छुट्टी करने की भी घुड़की मिलने लगती है।

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