Singrauli News : चितरंगी थाना क्षेत्र के निवासी दलित युवक लाले बंसल की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपी अभिषेक पांडेय को पुलिस ने जेल भेज दिया है, लेकिन जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चलाई गई, उस रिवाल्वर के लाइसेंस को अभी तक निरस्त नहीं किया गया है। जबकि घटना हुए एक माह का समय होने को आ रहा है। आरोपी युवक के लाइसेंसी रिवाल्वर को चितरंगी पुलिस ने जब्त कर लिया है लेकिन पुलिस अभी तक लाइसेंस निरस्त किए जाने से संबंधित प्रतिवेदन जिला प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत नहीं कर पाई है। यही वजह है कि आज तक आरोपी युवक के रिवाल्वर का लाइसेंस निरस्त नहीं किया सका है।
गुढ़ थाने के बेला कमोद गांव निवासी राकेश कोल शनिवार रात ससुराल पाडर थाना मऊगंज जा रहा था। रात आठ बजे वह गांव के समीप पहुंचा तभी आधा दर्जन आरोपियों ने युवक को रोक लिया। वह कुछ समझ पाता उससे पहले ही उसको पीटना और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। हुलिया के आधार पर एक संदेही को पकड़ा जिससे युवक से लूटी गई बाइक बरामद हो गई है। वहीं घटना के अन्य आरोपी अभी फरार है। घटना का मुख्य आरोपी आदतन अपराधी बताया जा रहा है।
550 से अधिक लाइसेंस हैं जारी
जिले में 550 से अधिक लोगों को बंदूक, रिवाल्वर, पिस्टल सहित अन्य शस्त्रों के लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं। कुछ लोग जहां अपनी सुरक्षा को लेकर शस्त्र का लाइसेंस लिए हैं, वहीं कुछ लोग शौकिया तौर पर शस्त्रों का लाइसेंस लिए हैं। शौकिया तौर पर जिन लोगों ने शस्त्रों के लाइसेंस लिए हैं, उनमें से कुछ लोग अपना रसूख दिखाने के लिए शादी-विवाह या अन्य आयोजनों में हवाई फायर करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मामूली कहासुनी में शस्त्र निकालकर फायर करते हैं, जिससे शहर की शांति व्यवस्था भंग हो रही है।
हवाई फायर की हो चुकी हैं कई घटनाएं
पिछले एक दो महीने के दौरान लाइसेंसी व गैर लाइसेंसी शस्त्रों से हवाई फायर की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ दिन पहले नवानगर थाना क्षेत्र में भी हवाई फायर की घटना हुई थी, जिसमें पुलिस ने मामला दर्ज किया था, लेकिन हवाई फायर करने वाले आरोपी को पुलिस अभी तक पकड़ नहीं पाई है। जिस तरह से शस्त्र के लाइसेंस बांटे जा रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि आने वाले समय में हर किसी के हाथ में बंदूक-रिवाल्वर दिखेगी।
चुनाव में जमा हो जाते हैं शस्त्र
विधानसभा, लोकसभा, नगर निगम, पंचायत चुनाव में लाइसेंसी शस्त्रों को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन द्वारा जमा करा लिया जाता है। मई-जून माह में हुए लोकसभा के चुनाव के दौरान सभी शस्त्रधारियों के शस्त्र पुलिस थानों में जमा करवा लिए गए थे। यही वजह है कि मई-जून माह में गोली चलने की एक भी घटना जिले में नहीं हुई थी। जैसे ही चुनाव समाप्त हुए और थानों में जमा शस्त्रों को लाइसेंसधारियों ने वापस लिये, वैसे ही गोली चलने की घटनाएं जिले में बढ़ गई हैं।
इनका कहना है
आरोपी अभिषेक पांडेय ने जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से युवक को गोली मारी थी, उस रिवाल्वर को जब्त कर लिया गया है। जब्त रिवाल्वर के लाइसेंस को निरस्त किए जाने की प्रक्रिया शुरु है। जल्द ही प्रतिवेदन जिला प्रशासन के समक्ष भेजा जाएगा। – आशीष जैन, एसडीओपी चितरंगी