Singrauli News : जिले में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बलियरी, बरका और नेताजी सुभाषचंद्र बोस बालिका छात्रावास पड़ी, बगैया व गोड़बहरा में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आये हैं। दरअसल, मामले को लेकर कुछ दिन पहले कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला से एक लिखित शिकायत की गई है। ये शिकायत उक्त छात्रावासों के विद्यार्थियों के अभिभावकों ने की। जिसमें अभिभावकों ने कहाकि छात्रावासों की स्थिति अत्यंत खराब होने पर वार्डन द्वारा जानकारी
दी गई। जिसमें ये बताया गया था जिला शिक्षा केन्द्र के सहायक यंत्री विनोद शाह कुछ माह पूर्व एक व्यक्ति को लेकर आये थे और बोले जिपं सीईओ ने इन्हें भेजा है, ये ठेकेदार है और ये छात्रावासों में मरम्मत का कार्य करेंगे। इस पर जब मरम्मत कार्य कराने के आदेश की प्रति मांगी गई तो सहायक यंत्री ने सीईओ की धमकी देकर चुप करा दिया और मनमाने ढंग से छात्रावास में मरम्मत के नाम पर जगह-जगह तोड़फोड़ कराने लगे।
मरम्मत के नाम पर करा दी तोड़फोड़
शिकायती पत्र में बताया गया कि कस्तूरबा गांधी बलियरी, बरका और बालिका छात्रावास पडरी, गोड़बहरा व बगैया में छात्रावास के किचन, फर्श, दीवार, टायलेट, व अन्य स्थानों पर मरम्मत के नाम पर तोड़फोड़ की गई।
उच्चस्तरीय जांच की आवश्यकता
इस शिकायत में जो स्थिति सामने आ रही है, उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि सरकारी विभाग के जिम्मेदार ने सरकारी छात्रावासों में निर्माण कार्य कराने के लिए नियमों को दरकिनार कर दिया और अपने परिचय के एक चहेते को फायदा पहुंचाने के लिए कार्य करने का जिम्मा दे दिया। जबकि इसके लिए कायदे से नियमतः टेंडर होना चाहिए। इसके अलावा इस शिकायत में जिस प्रकार से जिपं सीईओ के भी नाम का इस्तेमाल धमकी देने के लिए किये जाने का आरोप लगा है, उससे मामले की गंभीरता को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है और इसकी उच्च स्तरीय जांच की भी आवश्यकता है।
एक शासकीय स्कूल में पीटी करते बच्चे। (फाइल फोटो) इससे सत्र 2024-25 के दौरान छात्रावास में रहने वाली बच्चियों को दी जाने वाली सुविधाओं में व्यवधान होने से उन्हें परेशान होना पड़ेगा। इसके कारण कई अभिभावक भी अपनी बच्चियों को इन समस्याओं के बीच छात्रावास में रखने से परहेज करने लगे हैं।
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