Singrauli News : नगर परिषद सरई के गठन के लिए अटैच की गई ग्राम पंचायतों की सरकारी सम्पत्तियों का रखरखाव और संरक्षण किए जाने की बजाय उन्हें खुदबुर्द किया जा रहा है। हाल ही में ग्राम पंचायत समूद में पूर्व से बने पंचायत भवन को नगर परिषद सरई की अध्यक्षा महोदया के द्वारा अपने निजी आवास के रूप में इस्तेमाल किए जाने के लिए कब्जा कर लिया गया है।
इतना ही नहीं अध्यक्ष महोदया ने पंचायत भवन का हुलिया बदल कर रद्दोबदल किया जा रहा है और उसे सरकारी भवन से निजी भवन में तब्दील करने के लिए निर्माण कार्य किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक नगर परिषद के गठन में सरई नगर के आस पास स्थित सात ग्राम पंचायतों और उनसे लगे गांवों को समाहित कर लिया गया था। तब वे पंचायतें अपने पूर्ण अस्तित्व में थी। इन ग्राम पंचायतों में घोघरा, अमहा, समूद, इटमा, कोनी, सरई और दीयागड़ई शामिल थी। जिन्हें अब नगरपरिषद सरई के वार्डो में तब्दील कर दिया गया है। साथ ही तत्कालिक ग्राम पंचायतों को की परिसम्पत्तियों का नियमानुसार नगर परिषद में हैंडओवर करने अथवा विलय करने की प्रक्रिया नहीं की गई है।
कुछ दिनों तक नगर परिषद सरई का कार्यालय कभी अमहा और कभी सरई में चलाया जा रहा था। अध्यक्ष और सीएमओ की खींचतान में किसी तरह विराम लगा तो अब इन्हीं सरकारी भवनों में कब्जा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस भवन में अपना आवास बनाने के लिए किसी प्रकार से सक्षम स्तर से अनुमति नहीं ली गई और अध्यक्ष महोदया अपना किराए का आवास छोडकर समूद ग्राम पंचायत के भवन में अपना डेरा डाल दिया गया है। जिससे सरकारी संपत्ति के निजी उपयोग और भविष्य में इसमें अवैध कब्जे की संभावनाएं बढ़ गयी हैं।