Singrauli News : ग्रामीण अंचल में ऐरा मवेशियों से हो रही समस्या से राहत के लिए प्रत्येक गांव में गौवंश के लिए शेड बनाने का निर्णय लिया गया है। इस बावत जिला पंचायत को निर्देश भी जारी किया गया है। मनरेगा के 15 वें वित्त की राशि से लोगों को काम देने के साथ ही शेड का निर्माण किया जाएगा। इसी प्रकार शहर में समस्या बने गौवंश को गौशालाओं में पहुंचाने का निर्देश है।
कलेक्टर की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक शेड के निर्माण में जनसहयोग भी लिया जा सकता है। कहा गया कि गौवंशों को इनके पालकों द्वारा ऐरा रूप में छोड़ दिया जा रहा है। ऐसे गौवंश भटकते हुए एक ओर जहां सडक़ दुर्घटना का कारण बन रहे हैं। वहीं दूसरी किसानों की फसल को भी नष्ट कर रहे हैं। इसको लेकर किसानों में असंतोष भी व्याप्त है। इस समस्या का निराकरण प्रत्येक राजस्व ग्राम में उपलब्ध चरनोई की शासकीय भूमि को चिह्नित कर ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराया जाएगा। वहां पर शेड बनाकर अधिक से अधिक गौवंश को रखा जाए। मनरेगा के 15 वें वित्त से शेड निर्माण के साथ गौवंश के पानी और आहार की भी व्यवस्था की जाएगी। गौवंशों के चराई के लिए आवश्यकता अनुसार एक या अधिक संख्या में चरवाहों की भी व्यवस्था की जाएगी।
दूध देने वाली गायों को अलग रखेंगे
निर्देश के मुताबिक गर्भवती व दूध देने वाली गायों के लिए अलग से व्यवस्था करने का निर्देश है। इन्हें ग्रामीण अंचल में बनी गौशालाओं में स्थान दिलाने की कोशिश की जाएगी। कलेक्टर की ओर से निर्देश पर महीने भर के भीतर अमल करते हुए व्यवस्था बनाने को कहा गया है।