Singrauli Traffic Station Incharge : यातायात थाना प्रभारी रहे रामायण प्रसाद मिश्रा के रिटायरमेंट होने के बाद यातायात निरीक्षक का पद रिक्त हो गया है। रिक्त हुए यातायात निरीक्षक के पद पर बैठने के लिए कई टीआई जोर आजमाइश में लग गए हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो यातायात प्रभारी बनने के लिए जिले में पदस्थ कुछ निरीक्षक जोर लगाए हुए हैं तो वहीं जिले के बाहर पदस्थ कुछ निरीक्षक भी यातायात प्रभारी बनने के लिए भोपाल पुलिस मुख्यालय में कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले जिले में पदस्थ, जिस निरीक्षक को विभागीय जांच के चलते हटाया गया था वह भी यातायात प्रभारी बनने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं। हालांकि पुलिस के जानकारों का कहना है कि जब तक विभागीय जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनको किसी भी थाने का प्रभार नहीं दिया जा सकता है।
कुछ थानों के प्रभारी हैं उप निरीक्षक
वर्तमान समय में जिले में निरीक्षकों की कमी है। यही वजह है कि जिले के दो-तीन पुलिस थानों में उप निरीक्षकों को थाना प्रभारी का प्रभार देकर तैनात किया गया है, जो बेहतर काम कर रहे हैं। दो महीने पहले तक जिले में निरीक्षकों की कमी नहीं थी लेकिन दो निरीक्षकों की जांच शुरु होने से उनको थाने से हटाकर पुलिस लाइन में तैनात कर दिया गया था। जिसमें से एक निरीक्षक को अभी सीधी जिले में अटैच कर दिया गया है। जबकि दूसरे निरीक्षक की अभी जांच पूरी नहीं हुई है। हालांकि एक निरीक्षक का कारखास एक-दो दिन से यातायात धाने के चक्कर लगा रहा है और पूरी जानकारी हासिल करने में लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि यह कारखास पुलिस का कर्मचारी नहीं है बल्कि प्राइवेट व्यक्ति है जो निरीक्षक का कारखास है।
रीवा भोपाल तक लगा रहे जोर
यातायात थाना प्रभारी बनने का ख्वाब देख रहे कुछ पुलिस अधिकारी रीवा और भोपाल में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों और माननीयों का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं दूसरे जिलों में पदस्थ निरीक्षक भी सिंगरौली आने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं। कुछ निरीक्षक नियमित तौर के लिए यातायात थाने नहीं आना चाह रहे हैं लेकिन वे इस जुगाड़ मे हैं कि यातायात थाने के बहाने जिले में आ जाएं फिर बाद में स्थानीय स्तर पर जुगाड़ लगाकर मनपसंद थाने में पोस्टिंग करा लेंगे।
कई रक्षित निरीक्षक हैं दौड़ में
यातायात थाने की जिम्मेदारी रक्षित निरीक्षकों को सौंपी जाती है। रक्षित निरीक्षक स्तर के अधिकारी जिले में न होने पर निरीक्षक या फिर उप निरीक्षक को यातायात थाने का प्रभारी बनाया जाता है। यातायात थाने में पहला हक रक्षित निरीक्षक का ही है लिहाजा अन्य जिलों में पदस्थ कुछ रक्षित निरीक्षक भी सिंगरौली यातायात थाने का प्रभारी बनने के लिए जोर लगाए हुए हैं। माना जा रहा है कि पुलिस मुख्यालय द्वारा निरीक्षक और रक्षित निरीक्षकों की जिस तबादला सूची जारी होने का इंतजार है, उस सूची में किसी रक्षित निरीक्षक को ही सिंगरौली भेजा जाएगा।
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